जनजातीय कार्यविभाग में लाखों का घोटाला! बाजार मूल्य से कई गुना महंगा खरीदा गया हॉस्टल के लिए सामान
मध्य प्रदेश के छिदंवाडा जिले के जनजातीय कार्यविभाग के हॉस्टल में खरीदी गई सामग्री में घोटाला सामने आया है। सरकारी छात्रावासों में वितरण होने वाली सामग्री में लाखों का स्कैम किया गया है ।सहायक आयुक्त एंव एक नेता ने मिलकर छात्रावासों में लाखों का धोटला हुआ है। जिम्मेदारों ने नियमों को ताक पर रख कंबल तकिए से लेकर टीवी एलईडी तक बाजार दाम से महंगे दाम पर खरीदे।
छात्रावासों में बाजार दाम से दोगुने दाम पर खरीदे समान गया…
मध्य प्रदेश के छिदंवाडा जिले में बड़ा घोटाला किया गया है। यह घोटाल जनजातीय कार्यविभाग में आने वाले जिले के छात्रावास के लिए खरीदी गई सामग्री में सामने आया है। छात्रावासों में कंबल, तकिए के कवर और गद्दा खरीदी सहित एलईडी टीवी सहित अन्य सामग्री में लाखों से अधिक रुपए की गड़बड़ी सामने आई है। विभाग के जिम्म्मेदारों ने नियमों को ताक पर रखकर खरीदी की है।
प्राथमिक जानकारी के मुताबिक बाजार रुपए में मिलने वाली क्राउन कंपनी की एलईडी बाजार रेट से अधिक में खरीदा गया है । इसी तरह एक सीसीटीवी सेट भी अधिक रेट में खरीदा गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लिस्ट में सामग्री का जो दाम निर्धारित है, यह दाम बाजार मूल्य से 3-4 गुना अधिक बताया जा रहा है।
छात्रावास में सामग्री खरीदी में घोटाला…।
2023-24 में लाखों रुपऐ की खरीदी गई सामग्री में घोटाला उजागर हुआ है। इस बर्ष भी एक सत्ताधारी पाट्री का एक नेता ठेकेदार बन कर पूरे छात्रावासों में सामग्री का वितरण भी गोपनीय तरीके से हो रहा है, ताकि घोटाले व भ्रष्टाचार की भनक किसी को न लग पाए।
ऐसे उजागर हुआ घोटाला
जनजातीय कार्यविभाग छिदंवाडा विभाग के छात्रावास में एक क्षेत्रसंयोजक ठेकेदार एंव सहायक आयुक्त द्वारा सभी छात्रावासों के आधीक्षकों के आदेश दिये है कि उक्त ठेकेदार से सामग्री जैसे ऊनी कंबल, रेडिमेड कंबल कवर, रेडिमेड तकिया कवर , सिलिंग फैन, सीसीटीवी, गद्दे, एलईडी टीवी, पोर्टेबल आरओ और खादी की सूती चादर सहित अन्य सामग्री का वितरण छात्रावासों में किया जा रहा है। इसमें दिलचस्प पहलू यह है कि बाजार या ऑनलाइन खुदरा में क्राउन की एलईडी टीवी की कीमत कम है , जबकि ठेकेदार अधिक रेट से अधीक्षकों से बसूल रहे है सिर्फ एलईडी एंव गद्वे खरीदी में ही करीब लाखों रुपए की गड़बड़ी हुई है।
गुपचुप हो रही है सप्लाई .. खरीदी टेंडर…निकला ही नहीं..?
सामग्री खरीद ने के लिए गुपचुप सप्लाई चल रही है ,जनजातीय विभाग द्वारा कोई टेंडर नहीं निकला गया है। जब से सहायक आयुक्त सतेंद्र मरकाम आयें है सभी काम में ऐसा ही चल रहा है । टेंडर की सूचना कब, कहां जारी हुई, इसकी किसी को जानकारी नहीं। सामग्री खरीदी में ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया भी नहीं अपनाई गई है, और ना ही इस टेंडर की सूचना स्थानीय स्तर के व्यापारियों को नहीं है। सिर्फ़ एक सत्ता धारी लोकल नेता जो ठेकेदार बन कर सप्लाई कर रहा है
बरसों से जमे अधिकारी…..
जनजातीय कार्य विभाग जिला संयोजक रवि कनौजिया बीते 12 साल छिदंवाडा में पदस्थ है, जबकि नियमानुसार 3 साल में जिला संयोजक का तबादला हो जाता है। इसके अलावा जिले के अधिकांश छात्रावासों में अधीक्षक बरसों जमे है। इन्हें भी नियमानुसार 3 साल के भीतर बदली करना होता है। ऐसे में यह स्वाभाविक है कि घोटाले और भ्रष्टाचार का यह खेल मिलीभगत से चल रहा है।
मरम्मत के नाम पर लाखों का खेल…?
छिदंवाडा जिलें के जनजातीय कार्यविभाग में करोड़ों रुपयें सिर्फ़ मरम्मत के नाम पर फर्जी बिलों लगाकर निकल लिऐ गयें ,जबकि आज भी जिलें के छात्रावास एंव आश्रम शालाओं में बच्चों जर्जर भवन में रहे है । लेकिन जिलें के सहायक आयुक्त पैसे कमाने में लगें है।आज भी जर्जर भवन में पढ़ रहे बच्चे…
छात्रावासों का नहीं होता है परीक्षण आखिर कब होगी जांच …?
छिदंवाडा जिलें के जनजातीय कार्यविभाग में खुलेआम घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है ,जिसकी खबर विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित भी हो चूकि है लेकिन छिदंवाडा के कलेक्टर ने आज तक इस और ध्यान नहीं दियें जिसके कारण खुलकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। । यदि निरीक्षण किया गया तो. बडी गड़बड़ी निकलकर समाने आ सकती है आखिर कब होगी कार्रवाई ..!
रिपोर्ट -ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284