हर्रई बीईओ प्रकाश कंलबे पर भ्रष्टाचार का आरोप…
हर्रई विकास खंड में शिक्षा के नाम पर काले करतूत…
कैबिनेट मंत्री भारत सरकार के केंद्रिय जांच दल नई दिल्ली से लगाएंगे जांच की गुहार….
छिंदवाड़ा/ छिदंवाडा जिलें में इन दिनों शिक्षा विभाग में धोटाले पे धोटाले खुलते जा रहे है । लेकिन फिर भी भ्रष्टाचार रोकने का नाम नहीं ले रहा है ।ऐसा ही मामला पिछले महीने सुखिर्यों में समाने आया था। जब मप्र राज्य स्तरीय भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त दिनेश कुमार अंगारिया ने हर्रई बीईओ पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि हर्रई विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा विगत 14 बर्षों से खुलकर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे है। विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय हर्रई में अवकाश नगदीकरण के भुगतान बिलों की जांच कराने के संबंध में भारिया विकास प्राधीकरण के अध्यक्ष दिनेश कुमार अंगारिया ने बीईओ हर्रई की शिकायत केंद्रीय जांच दल से किया एंव इनके खिलाफ़ करवाही की मांग की है
उन्होनें जांच के लिए महानिदेशक जांच ब्यूरो भारत सरकार के नाम लिखे आवेदन में कई गंभीर भ्रष्ट्राचार होने की आसंका जताई है। उन्होनें गंभीर आरोप लगाते हुए विगत माह पहलें लिखा था । और बताया था कि मुझे प्राप्त जानकारी के अनुसार छिन्दवाड़ा जिले के विकास खण्ड हर्रई के संकुल केन्द्र सुरलाखापा के सेवानिवृत्त शिक्षक को संकुल प्राचार्य द्वारा आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा है। एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी हर्रई कालंबे के माध्यम से मननाने तरीके से सेवानिवृत्त शिक्षकों के अर्जित अवकाश का नगदीकरण का भुगतान कराया जा रहा है एवं अधिक राशि का भुगतान कराया जा रहा है। विगत 6 वर्षों से वर्तमान तक संकुल केन्द्र सुरलाखापा के सेवानिवृत्त एवं मृत्यु के नियमित शिक्षक के भुगतान किये गये अर्जित अवकाश नगदीकरण के बिलों की जांच कराई जावे, जिसमें कई खानिया एवं शासकीय राशि के गबन की वास्तविकता सामने आ सकती है।आवदेन के माध्यम में संदर्भित है की महोदय शिकायतों की जांच आयुक्त कार्यालय भोपाल से कराई जाती है तो उक्त शिकायत को दबा दिया जाता है यहां तक कि जांच को बदल भी दिया जाता है।
हर्रई बीईओ खुल कर लेता है शिक्षकों से ट्रांसफर के नाम पैसे, कर रहा अवैध वसूली…?
छिदंवाडा जिलें के हर्रई विकासखंड में विगत 14 बर्षों से प्रकाश कांलबे बीईओ के पद पर पदस्य है। लेकिन उन्हें आज तक नहीं हटाया गया है । ऐसा आरोप मप्र राज्य स्तरीय भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और केबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त दिनेश कुमार अंगारिया ने लगया है। और उन्होंने बताया कि हर्रई
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी प्रकाश कालंबे के द्वारा शिक्षकों से खुलेआम अबैध बसूली की जा रही है ऐसा ही मामला मेरे समाने आया है जिसमें शंकरलाल मांझी नाम के शिक्षक से मेरा नाम का गलत उपयोग करके ट्रांसफर के लिये 50 हजार रूपये की राशि बीईओ ने ली थी यह जानकारी शिक्षक के द्वारा
मुझे तब बताया। जब शिक्षक का पैसे देने के बाद भी ट्रांसफर नहीं हुआ जिसकी वीडियो क्लिप मेरे पास सुरक्षित रखी हुई है।
कैबिनेट मंत्री ने शिकायत में लिखा है की यह मध्यप्रदेश में केवल एक ऐसे विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी प्रकाश कालंबे है जो लगातार 14 वर्षों से एक ही जगह में कार्यरत है जो कि शासकीय सेवा के नियम विरूध्द है।
एकलव्य आवासीय विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य रहते खरीदी के नाम पर भ्रष्टाचार… !
दिनेश कुमार अंगारिया ने बताया की विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी प्रकाश कालंबे एकलव्य आर्दश आवासीय विद्यालय हर्रई के प्रभारी प्राचार्य भी है इन्होंने इस पद का भी दुरूपयोग करते हुये कई भ्रष्टाचार किये है। एवं कोरोना काल में भी इन्होंने कई फर्मों से खरीदी कर फर्जीवाड़ा किया है जबकि उस समय स्कूल कॉलेज सब कुछ बंद थे।और सभी स्कूल में ऑनलाइन कोर्स चल रहे थे
म.प्र राज्य स्तरीय भारिया विकास प्राधिकरण अध्यक्ष ने किया शिकायत…
छिदंवाडा जिलें के आदिवासी ब्लॉक में इन दिनों आदिवासी/ भारिया जनजातीय की योजना में फलीता लगाया जा रहा है। ऐसा ही पिछले महीने प्रेस वार्ता के दौरान म.प्र.राज्य भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष ने हर्रई वीईओ की शिकायत लेखा शाखा ग्वालियर एवं लोकायुक्त जबलपुर द्वारा इस संबंध में जांच कराई जावे । ऐसी शिकायत कियें थे। और उन्होंने आरोप लगया था कि मेरे द्वारा जनजातीय कार्यविभाग भोपाल में कई बार शिकायत कर चूका हुँ लेकिन आज तक बीईओ प्रकाश कंलबे पर कोई कार्यवाही नहीं हुई थी । उन्होंने बताया कि यदि जाँच हुई तो कई बडे मामले खुलने की संभावना है और कई तरह की खामियां व शासकीय राशि का घोटाला, भ्रष्टाचार सामने आने जायेगा। जिससे शासकीय विभागीय कोष को बचाया जा सकता है। अतः उन्होनें आवेदन को दृष्टिगत रखते हुये उचित जांच की मांग कि हैं। अतः उन्होनें गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है की ऐसेअधिकारीयो के कारण ही शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है और जनजाति समाज के बच्चे शासकीय योजनाओं से वंचित रह जाते है । इससे जिले का अंदाजा लगाया जा सकता है की जिले में आदिवासी बच्चो के लिय संचलित शासकीय सेवाओं में जनजातीय कार्यविभाग की लापरवाही साफ साफ देखी जा सकती है।
रिपोर्ट -ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284