जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान असामायिक मृत्यु होने की चांच करने दिया कलेक्टर कार्यालय में सोपा ज्ञापन.
मामला कल स्व. श्रीमती बिंदू टेखरे (पत्नी श्री आकाश टेखरे) की असामायिक मृत्यु चिकित्सा लापरवाही के परिणाम स्वरूप होने के संबंध में जांच हेतु आवेदन पत्र जिला कलेक्टर को दिया।
आकाश टेखरे पिता मोहन टेखरे निवासी चौखड़ा, सारना रोड छिदंवाडा म०प्र० यह आवेदन आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि दिनांक 16/10/2024 को अपनी पत्नी बिंदू टेखरे को जिला सरकारी अस्पताल छिंदवाडा में प्रसव के लिये भर्ती करवाया था प्रसव के दौरान डॉक्टरों की गंभीर लापरवाही के कारण आपरेशन करते समय मेरी पत्नी की नस लापरवाहीपूर्वक काट दी गई जिससे अत्यधिक रक्तस्त्राव हुआ।
इस गंभीर चिकित्सा त्रुटि के बाद भी अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों ने हमें सही जानकारी नहीं दी और दिनभर हमें गुमराह कराया जाता रहा जब स्थिति अत्यधिक बिगड गई तब करीबन रात 12 बजे हमें सूचित किया गया कि, मेरी पत्नी बिंदू टेखरे की हालत अत्यंत गंभीर हो चुकी है और उसे तुरंत नागपुर रिफर किया जाना अति आवश्यक है तो हमने उसे तुरंत नागपुर ले जाने के लिये निकल गये परंतु दुर्भाग्यवश उसकी रास्ते में ही मृत्यु हो गई।
इस दुखद घटना के लिये जिला अस्पताल के डिलेवरी विभाग के ड्यूटी पर मौजूद सभी संबंधित कर्मचारी जूनियर और सीनियर डॉक्टर सीधे तौर पर जिम्मेदार है. जिनकी लापरवाही के कारण मेरी पत्नी की मृत्यु हुई है। एक बार ऑपरेशन करके जाने के बाद कोई भी सीनियर डॉक्टर या जूनियर डॉक्टर जांच करने नहीं आया और ना ही उसकी कोई खबर ली गई।
मेरी पत्नी ने एक नवजात शिशु को जन्म दिया है और हमारा एक और छोटा बच्चा है वह दोनों अपने मातृत्व सुख से वंचित हो चुके हैं। यह घटना ना केवल मेरे परिवार के लिये बल्कि समस्त मानव समाज के अत्यधिक पीडादायक और आघातकारी है।
महोदयजी से निवेदन है कि, इस गंभीर चिकित्सा लापरवाही की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की जावे ताकि इस प्रकार की घोर लापरवाही से समाज के किसी अन्य परिवार को इस प्रकार की जीवन की हानि ना हो और कोई नवजात शिशु मातृविहीन ना हों।
हमें पूर्ण विश्वास है कि, आप इस मामले में शीघ्र निष्पक्ष कार्यवाही करेंगे जिससे हमें न्याय प्राप्त हो सके।