बैंकों की धीमी ऋण वितरण प्रक्रिया पर जताई नाराजगी
छिन्दवाड़ा/ कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आज कृषि एवं संबध्द विभागों की समीक्षा बैठक कलेक्टर कार्यालय के मिनी सभाकक्ष में आयोजित की गई। इस बैठक में कृषि एवं कृषि से संबंधित विभागों की विभिन्न योजनाओं की प्रगति, खाद्यान्न वितरण, मूंग उपार्जन, पशुपालन, मछली पालन, कृषि और बैंकिंग व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। बैठक में कृषि वैज्ञानिक, प्रभारी अधिकारी कृषि, पशु चिकित्सा सेवाएं, महाप्रबंधक जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, उपायुक्त सहकारिता, सहायक आपूर्ति अधिकारी, उपसंचालक उद्यानिकी, वेयर हाउस, नागरिक आपूर्ति निगम, कृषि अभियांत्रिकी व सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग की समीक्षा- कलेक्टर श्री सिंह ने पशुपालन विभाग और डेयरी विभाग से संबंधित योजनाओं के लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान कलेक्टर ने बैंकों में प्रेषित लाभार्थियों के मामलों में लाभ वितरण में देरी पर असंतोष जताया। उन्होंने प्रबंधक जिला अग्रणी बैंक को निर्देश दिए कि वे शीघ्र ही लाभार्थियों को समय पर लाभ प्रदान करें। किसान कल्याण एवं कृषि विभाग- रबी वर्ष 2024-25 के लिए बीज उपलब्धता की जानकारी लेते हुए कलेक्टर श्री सिंह ने सभी एफ.पी.ओ को बीज उत्पादन कार्यक्रम में शामिल करने के निर्देश दिए ताकि किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज समय पर मिल सकें और खेती में बेहतर उत्पादन हो सके।
उर्वरक मूल्य निर्धारण पर कलेक्टर श्री सिंह के सख्त निर्देश- बैठक के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने उर्वरक मूल्य निर्धारण पर सख्त निर्देश देते हुए बताया कि कुछ निजी व्यक्तियों द्वारा किसानों से उर्वरकों के मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं, जो अस्वीकार्य है। उन्होंने चेतावनी दी कि निर्धारित सरकारी दरों से अधिक मूल्य वसूलने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सरकारी मूल्य के अनुसार यूरिया 266.5 रू प्रति बैग, डीएपी 1350 रू प्रति बैग, एनपीके 1470 रू प्रति बैग, और पोटाश1550 रू प्रति बैग निर्धारित है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि किसानों को उर्वरक सही दाम पर उपलब्ध कराए जाएं, और किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
अन्य विभागों की समीक्षा- बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने अन्य संबधित विभागों की योजनाओं की भी समीक्षा की और उनके प्रगति की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई भी लापरवाही न हो और सुनिश्चित किया जाए कि जिले के किसानों और पशुपालकों को सभी सरकारी योजनाओं का समय पर लाभ मिल सके। बैठक के दौरान कलेक्टर ने कृषि और बैंकिंग विभाग के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि किसानों को बैंकों से समय पर ऋण और अन्य सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
रिपोर्ट-ठा.रामकुमार राजपूत
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