Home CITY NEWS जिलें के कई स्कूल शिक्षक विहीन ,तो कहीं अतिशेष शिक्षक कर मंजे..?

जिलें के कई स्कूल शिक्षक विहीन ,तो कहीं अतिशेष शिक्षक कर मंजे..?

जनजातीय कार्यविभाग का कारनामा, सिल्लेवानी बालक आश्रम में 50 बच्चों के पढाने 6 शिक्षक…

आधा सत्र समाप्त होने के है लेकिन इन शिक्षक/ शिक्षिका की वापसी उनकी सही जगह पर नहीं की गई तैनाती.

छिदंवाडा– जिलें के जनजातीय कार्यविभाग में इन दिनों सब काम भगवान भरोसे चल रहा है ।सहायक आयुक्त इन दिनों सरकार के नियम की खुलकर धज्जियां उड़ते देखे जा सकते हैं। शासन के नियम है कि जो भी अटैचमेंट या अतिशेष में शिक्षक/ शिक्षिका है ,उन्हें शिक्षक विहीन स्कूलों में पदस्य कियें जायें लेकिन सहायक आयुक्त नियम की अनदेखी करते नजर आ रहे है।ऐसा ही मामला मोहखेड़ ब्लॉक के सिल्लेवानी बालक आश्रम में देखने को मिल जायेगा ।यंहा 50 सीटर बालक आश्रम है।जंहा पर पहली से पाँचवी तक की कक्षाएँ संचालित होती है।इसी आश्रम में एक अधीक्षक के अलावा 5 शिक्षक भी पदस्य है। कुल मिलाकर मात्र 50 छात्रों को पढाने के लिए 6 शिक्षक की तैनाती की गई है। जबकि 50 छात्रों को पढाने के लिए एक आश्रम में एक अधीक्षक और दो शिक्षकों की आवश्यकता होती है।लेकिन कुछ शिक्षिकों द्वारा उच्च अधिकारियों से सांठगांठ और आपनी सेंटिग जमा कर नजदीक के आश्रम में अपनी नियुक्ति करवा लिए है। इस आश्रम में तो सुभाष देशपांडे प्राथमिक शिक्षक दो सालों से आज तक पढाने नहीं आयें है लेकिन पेंमेंट बकायदा हो रही है। और कुछ शिक्षिका एक दो दिन आकर आराम कर रही है।क्योंकि इस बालक आश्रम में इतने शिक्षकों की आवश्यकता ही नहीं है । फिर भी यंहा अधिक संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति की गई है ।अगर इन्हें जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है वंहा नियुक्ति किया जायें तो उस स्कूलों के बच्चों का भबिष्य बनाने उन्हें पढाने में ये शिक्षक काम आ जायेंगे।लेकिन जनजातीय कार्यविभाग में कही ना कही इस मामलों में लापरवाही बरती जा रही है।एंव ऐसा प्रतीत होता है कि शायद कोई बडा अधिकारी भी इस आश्रम का कभी निरीक्षण करने नहीं पहुंचता होगा।इसलिए तो जरूरत नहीं होने के बाद भी यंहा पदस्य है। और आराम से अपने दिन काट रहे है। जबकि जनजातीय कार्यविभाग में अभी ऐसे अतिशेष शिक्षक एंव अटैचमेंट वालें शिक्षकों को हटाया गया है ।तो सहायक आयुक्त महोदय की मेहरबानी आखिर इस आश्रम में क्यों है ।और ऐसे अटैचमेंट एंव अतिशेष शिक्षकों को क्यों नहीं हटाया जा रहा है। इस मामलों को लेकर पूर्व में भी समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हो चूकि है एंव सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत चल रही है।लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला। या कहो कि सहायक आयुक्त की ही मेहरबानी से यंहा अतिशेष एंव अटैचमेंट में आराम कर रहे है शिक्षक/ शिक्षिका ,अधीक्षक का कहना है कि इसकी जानकारी हमारें विभाग के उच्च अधिकारियों को है।और मेरे द्वारा भी इसकी जानकारी विभाग दे दिया गया है। अब उच्च अधिकारी ही कुछ करेंगे ।

शिक्षक में कई स्कूल शिक्षक विहीन लेकिन सिल्लेवानी में अतिशेष की भरमार

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रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत

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