गरीबों के हक पर डाका? राशन माफिया कर रहे हेराफेरी!
इस तरह खपाते सरकारी अनाज..
जिलें में राशनकार्ड धारी को हर महीने वाले 5 किलो अनाज में से एक किलो अनाज की कटौती की जाती है। इससे प्रत्येक माह लाखों रुपये काली कमाई की जाती है। काली कमाई अलग-अलग ब्लाकों में खाद्यान्न के आवंटन पर निर्भर है। परासिया ब्लाक में लगभग हजारों की संख्या में राशनकार्ड धारी है। राशन कार्ड में व्यक्ति लाभार्थी के रूप में नामित है।
पंचायत दिशा (छिदंवाडा) – प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत राशनकार्ड धारी को प्रतिमाह प्रति व्यक्ति मिलने वाले 5 किलो अनाज में से एक किलो अनाज की कटौती कर प्रत्येक माह लाखों रुपये काली कमाई की जाती है।
जिलें में सरकारी राशन दुकानों में गरीब परिवारों को दिए जानें वालें अनाज की बडें पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है ।राशन दुकान संचालक द्वारा गरीब परिवारों के राशन पर खुलेआम डाका डाल रहें है। ताजा मामला परासिया विकासखंड के करीडोंगरी से समाने आ रहा है। जंहा राशन दुकान संचालन द्वारा खुलेआम शासकीय अनाज की कालाबाजारी चल रही थी।यंहा सरकारी राशन को खुलेआम बेचा जा रहा था, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।अब इस मामलें में जल्द ही जिला खाध आपूर्ति विभाग द्वारा जांच करवाने के निर्देश दिए गए हैं आपको बता दें कि वायरल वीडियो में देखा जा सकता है की बाकायदा राशन दुकान के सामने एक मिनी ट्रक खड़ा कर राशन दुकान कारी डोंगरी से लोड किया जा रहा है ।इस मामले में बाकायदा शासकीय राशन दुकान संचालक कारीडोंगरी आशीष नीखरा द्वारा राशन को दूसरे ट्रक में लोड करते हुए देखा जा रहा है।
व्यापारियों के साथ मिली भगत…
क्षेत्र में चर्चा है कि परासिया विकासखंड के कारीडोंगरी शासकीय राशन दुकान के संचालक द्वारा शहर के अनाज व्यापारियों से सांठगांठ कर लाखों रुपये का अनाज की बर्षों से हेराफेरी की जा रही है।
आखिर कम अनाज मिलने पर क्यों चुप रह जाते हैं लाभुक..
राशन दुकान संचालक के द्वारा कम अनाज मिलने पर चुप रह जाते हैं लाभुक
राशनकार्ड धारक कम अनाज मिलने जाने भी चुप रह जाते हैं। इसके पीछे का कारण काफी रोचक है। काफी संख्या में सक्षम व दबंग लोगों ने राशन कार्ड बनवा लिया है। सक्षम व दबंग माने जाने वाले लोग अनाज की कटौती किए जाने पर चुप रह जाते हैं। यह देखकर गरीब लाभुक कटौती का विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। राशन कार्ड बनवाने के लिए 15 बिंदुओं पर सर्वेक्षण होता है। गलत सर्वेक्षण से बड़ी संख्या में अपात्र लोगों का भी राशनकार्ड बन गया है।
कहते हैं जिला के अधिकारी
आपूर्ति पदाधिकारी.।
जिला आपूर्ति अधिकारी कहते हैं वीडियो के आधार पर मामले की जांच कर राशन दुकान संचालक पर कार्यवाही की जाएगी । यदि गड़बड़ी की है। तो सरकारी राशन दुकान संचालक के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जायेंगी।
राशन माफिया कर रहे हेराफेरी!
रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284