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सिल्लेवानी रेंज में क्या वन विभाग की देखरेख में हो रही अवैध कटाई.।

सिल्लेवानी रेंज में क्या वन विभाग की देखरेख में हो रही अवैध कटाई.।

छिदंवाडा/ सौसर में खुलेआम काटे जा रहे सागौन के पेड़, अधिकारियों ने किया आँखें बंद…
छिदंवाडा/ पांढुर्ना- प्रदेश में आज पर्यावरण बचानें के लिए पेंड लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन उनके ही सरकारी महकमे के अधिकारी/ कर्मचारियों की नाक के नीचें खुलेआम जंगलों को काटा जा रहा है,वनविभाग के अधिकारी आंखें बंद कर नजारा देख रहे है।

सिल्लेवानी वनपरिक्षेञ में काट रहे सागौन पेड़..
सिल्लेवानी वनपरिक्षेत्र के खदबेली बीट के जगलों में इन दिनों खुलेआम सागौन के पेड काटे जा रहे है. पूरे क्षेत्र लगता है कुछ दिनों में मैदान में तब्दील हो गया और अधिकारी सब देखते रहेगें

सड़क के किनारे से जंगल को किया जा नष्ट…

पिछले एक साल से खदबेली बीट में तेरा मेरा के खेल काट रहे जंगल..लेकिन लगता है कि जंगल को बचाने का जुम्मा वन विभाग के अधिकारियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारी का भी है।वन विभाग की नजरों के सामने जंगल की खुलेआम कटाई हो रही है लेकिन राजस्व की जमीन का हवाला देकर वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं और ना ही और राजस्व विभाग ने ध्यान दे रहा है भले ही जंगल किसी की सीमा में हो खुद की निजी जमीन में भी हो अगर पेड़ काटने होते हैं तो इसके लिए वन विभाग की परमिशन लेनी होती है लेकिन यहां पर कोई भी विभाग काटते जंगल देखने के बाद भी कार्रवाई पिछले कई सालों से नहीं कर रहा है।जिसका फायदा इन दिनों वनमाफिया उठा रहे है। और आज भी सागौन के पेंडो की कटाई जोरों पर है।

पिछले साल खदबेली बीट में 20से 25हेक्टेयर में जगलों में सागौन की अवैध कटाई:

सिल्लेवानी वनपरिक्षेञ की खदबेली बीट में ग्रामीण सीमा से लगें 20 से 25 हेक्टेयर जंगलों की कटाई खुलेआम की गई थी। तब भी इस मामलों में वनविभाग आँखें बंद कर बैठा था। वहीं ग्रामीण का कहना था।यह जमीन राजस्व विभाग की जमीन है और हमारें गांव की सीमा में है। इसलिए जंगल काट कर उस जमीन को उपजाऊ बनाकर फसलों की खेती करना चाह रहे थे। इसलिए जंगल काट दिया था।

ग्रामीणों की आड़ में वन- माफिया काट रहे हरे भरे सागौन के पेड़ ..

सिल्लेवानी वनपरिक्षेञ में पिछले दो सालों से वनमाफिया खुलेआम सागौन के पेड़ काट रहे है इससें पहले भी ग्रामीण की आंड में माफियाओं ने 20 से 25 हेक्टेयर जंगलों में सागौन के पेंड काट डालें.लेकिन रेंजर मुख्यालय में रहतें ही नहीं ऐसा भी आज देखने को मिला,जंहा आज भी खदबेली बीट में हरे भरे सागौन पेंड काटे पड़े है

जिले के सिल्लेवानी वनपरिक्षेञ में सागौन माफिया इन दिनों सक्रिय..।

सिल्लेवानी वनपरिक्षेञ में इन दिनों बेशकीमती सागौन के हरे भरें बडे बडे पेड़ों काटे जा रहे है ,लेकिन यंहा की लडकी की तस्करी कहा जा रही है..इसकी जानकारी वन विभाग को भी नहीं है।
वन परिक्षेत्र में जगह-जगह बेशकीमती सागौन के बड़े बड़े वृक्ष को धड़ल्ले से काटा जा रहा है । क्षेत्र में वनों की अवैध कटाई जोरों पर है । और जगलों का विनाश लगातार किया जा रहा है। और यह सब वन विभाग के संरक्षण में हो रहा है.. वन परिक्षेत्र में जगह-जगह जगलों की कटाई जारी है ।जबकि सरकार ने वनों की सुरक्षा के लियें कई अधिकारी/कर्मचारी लगायें है ।परिक्षेत्र में वन परिक्षेत्र अधिकारी सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी नाकेदार सहित वन विभाग के कर्मचारियों की नियुक्ति किया गया है ।उसके बाद भी वन सुरक्षित नहीं है । परंतु भ्रष्टाचार के चलते इस वन परिक्षेत्र में लंबे समय से वनमाफिया अवैध कटाई कर वनों के मिटा रहे है ।वहीं सिल्लेवानी वन परिक्षेत्र में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी इस बात से बेखबर है कि इस वन मंडल में सागौन जैसे बेशकीमती लकड़ी को अवैधानिक तरीके से काटकर खुलेआम बेचा जा रहा है ।जिसकी जानकारी वनविभाग को अधिकारी को भी है। इस क्षेत्र में जगह जगह काटे गए सागौन के वृक्षों को देखा जा सकता है । सागौन जैसे बेशकीमती लकड़ी का अवैध धंधा करने वालों के ऊपर सख्त कार्रवाई करना चाहिए । जबकि क्षेत्र में प्रतिदिन कही न कही अवैध कटाई के मामले सामने आ रहे। आज जंगल अपने विनाश की कहानी कह रहे हैं । जबकि वन विभाग के आला अफसर कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं । वन विभाग के अधिकारी एंव अवैध कटाई करने वाले वनमाफिया के साथ मौन सहमति है ।लगातार शासन को करोड़ों रुपए का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। जिले में वनों की ऐसी दुर्दशा पहले कभी नहीं हुई है ।और इन वन परिक्षेत्र के जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर शासन द्वारा बड़े पैमाने पर कठोर कार्यवाही नहीं की गई तो आने वाले समय में छिदंवाडा के हरे भरे जंगल मैदान में तब्दील हो जाएंगे ।

सरेआम काट रहे सागौन के पेड़..
रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284