सांकेतिक चित्र
घंटों तार में लटका रहा युवक नहीं पहुंचें एमपीईबी के कर्मचारी…
ईसरा उमरिया गांव में करंट की चपेट में आने से विछिप्त झुलसा
छिदंवाडा – जिलें के ईसरा उमरिया गांव में आज एक बडा हादसा हो गया । एक युवक ने बिजली के खंबे में चढ़कर तार पकड़ लिया। घंटे तक लटका रहा पीडि़त, मोहल्ले के लोगों ने मशक्कत के बाद निकाला और उसे छिदंवाडा आस्पातल में भर्ती कराया गया है।
कहते है मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है। यह कहावत कुंडीपुरा थाना क्षेत्र के उमरिया ईसरा गांव में रहने वाले ब्रजेश उइके पर सटीक बैठ रही है। वह गुरूवार शुक्रवार की दरमियानी रात ट्रांसफार्मर पर चढऩे से करंट की चपेट में आ गया। इस घटना में वह बुरी तरह झुलस गया। मोहल्ले की लोगों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद उसे खंभे से निकाला। इसके बाद उसे जिला अस्पताल में इलाज के भर्ती करवाया है। बताया जा रहा है कि युवक विछिप्त था। जानकारी मुताबिक ब्रजेश साहेबलाल उइके उम्र 26 साल इसरा उमरिया का रहने वाला है। वह 15 अगस्त की रात मोहल्ले में अखंड रामायण के धार्मिक आयोजन में शामिल हुआ था। रात 1.30 बजे करीब रामायण समाप्त होने के बाद सभी लोग के साथ वह भी घर लौट रहा था। वह मोहल्ले में लगे ट्रांसफार्मर पर चढ़ गया। इस दौरान उसने बिजली का तार पकड़ लिया। करंट से वह फिका गया, लेकिन वह डीपी में अटक गया। इस हादसे में वह गंभीर रूप से झुलस गया है। इसके बाद लोगों ने लाइनमेन को फोन किया, लेकिन लाइनमेन ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद गांव वालों ने गांव के ही बिजली का काम जानने वाले युवक को बुलाया। उसने जैसे तैसे बिजली बंद कर उसे नीचे उतारा। तकरीबन 3 बजे उसे गंभीर हालात जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसका उपचार किया जा रहा है। फिलहाल वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।.
ट्रांसफार्मर में लटका रहा डेढ़ घंटे
प्रत्यक्ष दर्शियों की माने तो उसने ट्रांसफार्मर पर चढक़र तार पकड़ लिया। इसके बाद वह करंट से फिका गया। इसके बाद वह नीचे न गिरकर ट्रासफार्मर में उसका पैर फंस गया। करंट होने के कारण हम लोगों ने उसे नहीं निकाला। बिजली के जानकार एक युवक ने उसे करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद निकाला। इसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था।