सैनिकों , व्रद्ध आश्रम और जिला जेल के बन्दी भाइयों को रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा बंधन पर्व मनाया..
By admin
11 August 2024
पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा (म.प्र ) –परम् पूज्य संत श्री आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित श्री योग वेदांत सेवा समिति की बहनों ने प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी जिला जेल में निवासरत सैकड़ों बन्दी भाइयों को रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा बंधन पर्व मनाया । साथ ही व्रद्ध आश्रम के निराश्रित व्रद्ध जनों एव देश की सुरक्षा में सीमा पर तैनात सैनिकों को भी रक्षा सूत्र प्रेषित किया
। इस अवसर पर पूज्य बापूजी की कृपा पात्र शिष्या साध्वी रेखा बहन का दिव्य सत्संग सम्पन्न हुआ । साध्वी बहन ने सभी बन्दी भाइयों के अलावा समस्त जेल स्टॉफ़ को बताया कि मनुष्य के जीवन में तीन प्रकार की जेलें होती हैं । पहली माँ के गर्भ की जेल दूसरी सरकार की जेल जहाँ आप निवासरत हैं और तीसरी होती है कर्म बन्धनों की जेल । पहली और दूसरी जेल से मनुष्य रिहा हो जाता है पर तीसरी जेल कर्म बन्धनों की जेल से सिर्फ सद्गुरु ही हमें रिहा कर सकतें हैं । इसलिए प्रत्येक मनुष्य को सतर्कता से कर्म करना चाहिए नहीं तो 84 लाख योनियों में भटकना पड़ता हैं । यह जीवन 200 करोड़ वर्ष बाद मिलता है । मनुष्य के जीवन का उद्देश्य सिर्फ ईश्वरप्राप्ति होना चाहिए । जीवन में ब्रह्मज्ञानी गुरु की दीक्षा होना अति आवश्यक है । सभी बहनों ने बन्दी भाइयों का वैदिक रूप से पूजा अर्चना कर वैदिक राखी बांधी । वैदिक रक्षा सूत्र का अपना अलग महत्व है । बहनों का अपनापन देख कर बन्दी भाइयों के आँसू निकल आये । समिति की बहनों ने निवासरत 750 बन्दी भाइयों के साथ-साथ सम्पूर्ण जेल स्टॉफ़ के अधिकारियों और कर्मचारियों का भी वैदिक रूप से पूजा अर्चना कर रक्षासूत्र बांधा । समिति की बहनों ने स्थानीय व्रद्ध आश्रम में सैकड़ो व्रद्ध जन को रक्षा सूत्र बांधा,हजारों रक्षा सूत्र सैनिकों के लिए प्रेषित किये ,और जिले में पदस्थ उच्च अधिकारियों के साथ साथ विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को भी रक्षा सूत्र भेंट करेगी । इस प्रकार के आयोजन देशभर की 1300 जेलों में 550 आश्रम और 2500 कार्यरत समितियाँ कर रहीं हैं। कार्यक्रम में नगर निगम के महापौर विक्रम आहाके , जिला पंचायत की सदस्य ललिता विलास घोंघे मुख्य रूप से उपस्थित रहे । इस दैवीय कार्य मे समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई , खजरी आश्रम के संचालक जयराम भाई , गुरुकुल की संचालिका दर्शना खट्टर , लिंगा आश्रम की संचालिका साध्वी प्रतिमा बहन , सुभाष इंग्ले , सुजीत सूर्यवंशी ,शनि गोधवानी , छाया सूर्यवंशी , दीपा डोडानी , डॉ. मीरा पराड़कर , मीना गोधवानी ,मुस्कान टेहिल्यानी ,रुपाली इग्ले , आदि ने अपनी-अपनी सेवाएं दीं ।समिति के अध्यक्ष मदनमोहन परसाई ने समस्त जेल स्टॉफ़ और जेल अधीक्षक यजुर्वेद वाघमारे को सराहनीय सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया ।