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जनजातीय कार्यविभाग में नियम विरुद्ध लाखों रुपए की सामान खरीदी की जुंगाड में लगे अधिकारी ..?

जनजातीय कार्यविभाग में नियम विरुद्ध लाखों रुपए की सामान खरीदी की जुंगाड ..
छात्रावास अधीक्षक से मांग पत्र बुला रहे अधिकारी…

By admin

7 August 2024

पंचायत दिशा समाचार

छिदंवाडा (म.प्र)- जनजातीय कार्यविभाग के छात्रावासों और आश्रमों में नियम विरुद्ध खरीदी करने के जुगाड़ में सहायक आयुक्त एंव सप्लाई करने वालें ठेकेदार लग चुके हैं पिछले 4 सालों में करोड़ों रुपए की सप्लाई ठेकेदारों के द्वारा छात्रावास में कराई गई है। पूरा खेल सिर्फ कमीशन का है ऐसा ही आदेश फिर सहायक आयुक्त कार्यालय से जिलें के अधीक्षकों को मिला है जिसमें छात्रावासों से मांग पत्र मांग गया है । कई छात्रावासों में तो सप्लाई भी चालू हो गई है ।आदिवासी बच्चों के उत्थान के लिए चलाए जा रहे छात्रावासों में मनमानी कर सहायक आयुक्त एंव ठेकेदारों की मिलीभगत से ये खेल बर्षों से चल रहा है ।छात्रावास में अनुपयोगी सामग्री की सप्लाई कर दी जाती है जो छात्रावास में धूल खा रही है। छात्रावास अधीक्षक भी उच्च अधिकारी के आदेश को पालन करने से मना नहीं कर पाते हैं क्योंकि उन्हें छात्रावास से हटाने की धमकी दी जाती है।जिसकें कारण लाखों रुपए की सामग्री नियम विरुद्ध खरीद ली है। जिलें के जनजातीय कार्यविभाग में इन दिनों खुलकर भ्रष्टाचार चल रहा है । लेकिन आज तक कोई जांच नहीं होती है ।

इन छात्रावासों में जांच हुई तो कई मामलों आयेंगे समाने ..

जिलें में संचालित हो रहे छात्रावासों की लगातार कई बर्षों से ठेकेदार द्वारा धटिया सामग्री सप्लाई की जा रही है ।जिसकी शिकायत कई बार होने के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही ना होना बडा सवाल है।लेकिन उच्च अधिकारी आज तक कोई कार्यवाही नहीं करते है ।

पिछले बर्षों में भी हुआ था धटिया क्वालिटी के समान की खरीद
छात्रावास/ आश्रम शालाओं में हुयें थे सप्लाई यह सामान गैस चूल्हा, आरओ वाटर कूलर, डाइनिंग टेबल, स्टूल, पलंग, गद्दे, कम्प्यूटर, एलसीडी टीवी, खरीदे गए। किसी भी क्रय सामग्री का कार्यालय छात्रावास में लिखित आदेश नहीं दिया गया। न ही सामग्री के ऑनलाइन ऑडर किए गए। यहां तक २० हजार के ऊपर के क्रय सामग्री के कोटेशन भी नहीं मंगवाए गए। सीधे ही मौखिक आदेश पर अधीक्षक ने चेक से भुगतान किया गया, जो कि नियम विरुद्ध है। सिर्फ सहायक आयुक्त ने सभी अधीक्षक को आदेश दे दियें थे।कि इस फार्म से खरीदी करना है। बाकायदा फॉर्म ने छात्रावास आश्रम शालाओं में जाकर सामान की सप्लाई किया और तुरंत ही अधीक्षक से चेक ले लिया गया था।

सहायक आयुक्त ने ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए फिर मांगा मांग पत्र..

इन दिनों जनजाति कार्य विभाग में खुलेआम भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है सहायक आयुक्त एवं ठेकेदार की मिलीभगत से छात्रावास एवं आश्रम शालाओं में करोड़ों की सामग्री सप्लाई करने के जुगाड़ में ठेकेदार एवं सहायक आयुक्त महोदय हैं जिसके लिए सहायक आयुक्त ने बाकायदा समस्त अध्यक्षों को एक आदेश जारी किया है कि अपने छात्रावास एवं आश्रम शालाओं में कौन -कौन सामग्री की जरूरत है मांग पत्र भरकर जिला मुख्यालय में तुरंत पहुंचाएं । ये सब खेल ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा आदेश निकला गया है ।ताकि ठेकेदार इन छात्रावासों में सामान सप्लाई कर सके।सूत्रों की मानों तो कई छात्रावासों में तो सामान सप्लाई भी होने लगी है।

छात्रावासों में फनीर्चर एंव रजाई गद्दे सप्लाई के लिए जिलें के अधिकारी बना रहे अधीक्षक पर दबाव…?

दो साल में ही खराब हो चूके है पहलें सप्लाई हुए फर्नीचर..

फर्निचर के गुणवत्ता को लेकर अब सवाल उठने लगें.?
सूत्रों की माने तो जनजातीय कार्यविभाग ने डेढ़ से दो साल पहले काफी सारे छात्रावासों में फर्निचर की सप्लाई कराया था। चूंकि सभी छात्रावासों में एक फर्म के द्वारा सप्लाई किया गया है इसलिए अन्य छात्रावासों में भी फर्निचर की स्थिति खराब हो चुकी है। यहां रहने वाले छात्रों की माने तो पिछले साल आए फर्निचर ,खराब हो चूके है।

जांच करना तक नहीं समझे जिलें में बैठे सहायक आयुक्त उचित..?

नियमानुसार देखा जाए तो कुछ भी सामग्री जब छात्रावासों में आती है तो उसका परीक्षण किया जाता है। परीक्षण के बाद रिपोर्ट दी जाता है। लेकिन जिलें में बैठे सहायक आयुक्त इन सामग्रियों का परीक्षण करना भी उचित नहीं समझे।

रिपोर्ट-ठा.रामकुमार