Home CITY NEWS देवनदी आदिवासी बालक आश्रम अधीक्षक उडा रहे नियम की धज्जियां….

देवनदी आदिवासी बालक आश्रम अधीक्षक उडा रहे नियम की धज्जियां….

देवनदी आदिवासी बालक आश्रम अधीक्षक उडा रहे नियम की धज्जियां….

कान्या एंव बालक आश्रम का मैस हो रहा कान्या आश्रम में संचालित…?

10 से 15 साल से एक ही जगह में पदस्थ अधीक्षक… कान्या एव बालक आश्रम का अभी है प्रभारी…!

आदिवासी कान्या आश्रम देवनदी का नहीं दे रहे अधीक्षिका को प्रभार…?

सहायक आयुक्त फिर बडी धटना होने का कर रहे इंतजार…?

आदिवासी बालक आश्रम देवनदी में गांव के ही लड़के को कर ली है भर्ती,शाम को दे देते हैं छुट्टी…

रिपोर्ट – ठा. रामकुमार राजपूत

पंचायत दिशा समाचार

छिंदवाड़ा /मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा जिलें में जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित आश्रम छात्रावास में इन दोनों अधीक्षक खुलकर नियमों की उड़ा रहे हैं धज्जियां, ऐसा ही मामला बिछुआ ब्लाक के देवनदी बालक आश्रम में देखने को मिल जायेगी जंहा सहा. शि. (अधीक्षक) आदिवासी बालक आश्रम देवनदी द्वारा आदिवासी कान्या आश्रम देवनदी का प्रभार संबंधित अधीक्षिका को दिनांक 30/09/24 तक नहीं सौपा गया था एंव आदिवासी बालक आश्रम एंव आदिवासी कान्या आश्रम का मैस सामूहिक रुप से आदिवासी कान्या आश्रम देवनदी में संचालित है, जबकि नियमानुसार पृथक पृथक संचालित किया जाना चाहिए,लेकिन अधीक्षक किसन सोमकुबर एक ही जगह में मैस संचालित कर रहा है..

अधीक्षक किसन सोमकुंवर ने गांव के छात्र/छात्राओं को ही आश्रम में किया भर्ती…?

अधीक्षक किसन सोमकुंवर द्वारा दोंनो आश्रमों में बस्ती के छात्र/छात्राओं को प्रवेश दिया गया है जो कि छात्रावास /आश्रम के नियम के विपरीत है..अधीक्षक आदिवासी बालक आश्रम देवनदी को पूर्व में तत्कालीन विकासखंड शिक्षा अधिकारी बिछुआ के दिनांक 28/08/2024 के परिप्रक्षेप में कारण बताओ नोटिस पत्र क्रमांक 402 दिनांक 30/08/2024 जारी किया जाकर 3 दिवस में जबाब प्रस्तुत किया जाने हेतु निर्देशित किया गया था, जिसका जबाब भी 3 दिन में जबाब नहीं किया जाना संबंधित के द्वारा अपने कर्तव्य के प्रति मनमानी एंव वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश निर्देश की अवहेलना किया जाना दर्शाता है अतः संबंधित के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक ( निलंबन) की करवाई किया जाना चाहिए लेकिन आज दिनांक तक सहायक आयुक्त जनजाति र्वि्भाग छिंदवाड़ा के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसके कारण अधीक्षक के हौसले बुलंद है..

आदिवासी छात्र-छात्राओं के हक पर डाका डाल रहे अधीक्षक…..
भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार ने आदिवासियों के विकास एवं उत्थान के लिए करोड़ों का बजट आवंटित कर रही है लेकिन जिले के सहायक आयुक्त एंव छात्रावास अधीक्षक सरकार के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं क्योंकि जहां सरकार ने बालक एवं बालिकाओं के लिए आश्रम की अलग -अलग से व्यवस्था की है लेकिन छिंदवाड़ा जिले के बिछुआ ब्लॉक के आदिवासी बालक आश्रम देवनदी में ऐसा देखने को मिला जहां पर आज भी कान्या एंव बालक का मैस एक साथ चलता है दरसल आदिवासी विभाग के बिछुआ ब्लॉक के देवनदी आश्रम में जहां पर बालक एवं बालिका आश्रम है और शासन ने इसके लिए अलग -अलग भवन भी बनाए गए हैं, और जिसके लिए बालक आश्रम में पुरूष अधीक्षक की नियुक्ति हुई है एवं कान्या आश्रम में एक महिला अधीक्षिका की नियुक्ति की गई है, लेकिन अधीक्षक किसन सोमकुंवर के 10 बरसों से अधिक समय से कान्या आश्रम का प्रभार नहीं दिया गया है और अधीक्षक की मनमानी इतनी है कि बालक एंव बालिका को कन्या आश्रम में ही बालक एंव कान्या को एक साथ में मैस चला रहा है, ये हम नही कह रहे है विभाग के विकासखंड शिक्षा अधिकारी एंव संकुल प्रभारी ने आपने जाँच प्रतिवेदन में कहा है, कान्या आश्रम में रात्रि में भी पुरुष कर्मचारी आते जाते है, जबकि सरकार की गाइडलाइन में स्पष्ट है कि किसी भी बालिका छात्रावास में कोई भी पुरुष अधीक्षक एवं कर्मचारी नहीं रहेंगे, और 5 बजे के बाद कान्या छात्रावास में प्रवेश नहीं करेगा,लेकिन देवनदी अधीक्षक नियमों की खुलकर धज्जियां उडा रहा है, जिला मुख्यालय के सहायक आयुक्त कार्यालय में कमीशनखोरी के चक्कर में पंद्रह/बीस सालों किसन सोमकुंवर यंहा अधीक्षक के पद पर पदस्थ है । लेकिन जिला में बैठे सहायक आयुक्त एवं उच्च अधिकारी ने इन्हे आज तक नहीं हटाया है,जबकि विकासखंड शिक्षा अधिकारी एंव संकुल प्राचार्य ने इनकी लापरवाही के कारण निलंबित करने के लिए जिला के सहायक आयुक्त को आपना प्रतिवेदन दे चूके है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई..

रिपोर्ट -ठा. रामकुमार राजपूूत

मोबाइल -8989115284