प्रधानमंत्री आवास योजना में हुआ फर्जीवाड़ा तो ग्रामीण
युवक ने अनोखा प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर परिषर में रख दिया झोपड़ानुमा मकान
छिंदवाड़ा ( पंचायत दिशा समाचार )। जनसुनवाई में आज
उस समय अफरातफरी मच गई जब एक ग्रामीण युवक प्रदर्शन करते हुए कांधे पर झोपड़ानुमा मकान लादे कलेक्टर कार्यालय आपहुंचा और कलेक्टर परिषर में ही अपना बना बनाया झोपड़ा रख दिया एवं । जनसुनवाई में आवेदन दिया प्राप्त जानकारी अनुसार जिले की अमरवाड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम राहिवाड़ा पोस्ट धाधरा चौकी सिंगोड़ी क्षेत्र के एक युवक अप्पू • पिता लक्ष्मीचंद बंदेवार ने कलेक्टर शीलेन्द्र की । जनसुनवाई में आवेदन देते हुए बताया कि उसके स्वर्गीय पिता लक्ष्मीचंद बंदेवार का देहांत विगत *10/10/2024 को होगया था किंतु उनकी मृत्यु के बाद • पता चला की उसके पिता के नाम पर प्रधानमंत्री . आवास को लेकर फर्जीवाड़ा हुआ है क्योकि अप्पू • बंदेवार के स्व-पिता अनपढ़ थे और उसके पिता से • ग्राम के मान. सरपंच श्रीमती सविता मर्सकोले एवं ग्राम के सचिव श्री सतीश उसरेठे ने घर के कागजात
बुलवाकर किसी अज्ञात योजना की जनाकारी दी थी किन्तु उनकी मृत्यु के बाद अब जाकर पता चला है कि उसके स्वपिता के नाम पर दर्ज कच्चा मकान की फोटो और कागजात लेकर फर्जी तरीके से राशि निकाली गई है जबकि उनका कच्चा मकान जस की तस अभी भी कच्चा ही पड़ा हुआ है और उन्हें जानकारी लगी है कि उसके स्वपिता लक्ष्मीचंद पिता सूखा बंदेवार के नाम से मिलते जुलते ग्राम के ही एक अन्य व्यक्ति श्री लक्ष्मीचंद पिता गोकल बंदेवार उक्त
राशि मिली है यह जानकारी मेरे पिता को ग्राम के सरपंच, सचिव ने दी थी जबकि 2 क्रिस्त की राशि उस मकान की मेरे पिता के खाते में आई थी जिसमे 45 हजार और 15 हजार रुपये प्राप्त हुए थे किन्तु ग्राम के सरपंच और सचिव ने पिताजी के जीवित रहते बताया था कि उक्त राशि पंचायत की त्रुटि से त्रुटिवश आपके खाते में आगई है बोलकर के दोनों किस्तों की राशि 45 हजार और 15 हजार रुपये कुल 60 हजार रुपये वापस मेरे स्वपिताजी श्री लक्ष्मीचंद पिता सूखा बंदेवार के खाते से निकलवाकर श्री लक्ष्मीचन्द पिता गोकल बंदेवार के खाते डलवा दी गई थी किन्तु शासन के पोर्टल में उसके पिता स्वलक्ष्मीचन्द पिता सूखा बंदेवार का नाम और कच्चे मकान की फोटो एवं स्वपिता के नाम के कागजात दर्शाए जारहे है प्रार्थी युवक ने उक्त विषय अंतर्गत गुहार लगाते हुए आरोपियों पर उचित कार्यवाही कर स्न.दु. ऋदर्ज करने की मांग की है और शासन से उसके एवं परिजनों की जानमाल के खतरे को देखते हुए उनकी रक्षा हेतु आवेदन किया है।