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छिदंवाडा के आदिवासी बालक छात्रावास धोधरी एंव कुंडा में मरम्मत कार्य में 5 लाख रुपए का भ्रष्टाचार..

छिदंवाडा के आदिवासी बालक छात्रावास धोधरी एंव कुंडा में मरम्मत कार्य में 5 लाख रुपए का भ्रष्टाचार..

इस घोटाले में विभाग के इंजीनियर एंव अधीक्षक की सांठगांठ

नये भवन में मरम्मत के नाम पर खुली लूट..

रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
दिनाँक-06 /10/2024
स्थान- छिदंवाडा म.प्र

छिदंवाडा (पंचायत दिशा)मध्यप्रदेश का छिदंवाडा जिला बना भ्रष्टाचार का गढ़, जहां आये दिन सरकारी विभागों में नये-नये भ्रष्टाचारों का हो रहा खुलासा। शिक्षा विभाग के घोटाले की जांच चल रही हैं, वहीं दूसरा नया घोटाला जनजातीय कार्यविभाग द्वारा संचालित छात्रवासों/आश्रम शालाओं की मरम्मत के कार्य में लाखों रुपए का गोलमाल हो गया।

कार्यालय सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग छिदंवाडा के छात्रावास धोधरी एंव कुंडा में इन दिनों खुली लूट मची हुई है। “छिदंवाडा जिले के अंतर्गत अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के छात्रावासों / आश्रमों में परिसंपत्तियों के संधारण एवं अनुरक्षण कार्य हेतु आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग म.प्र. भोपाल तथा आयुक्त अनुसूचित जाति विकास विभाग म.प्र. भोपाल तथा आयुक्त अनुसूचित जाति विकास विभाग म.प्र. भोपाल द्वारा राशि का आवंटन उपलब्ध कराया जाकर छात्रावासों में मरम्मत कार्य करवाया जाता था। जो छिदंवाडा जिले के छात्रावासों के निर्माण मरम्मत कार्य में गंभीर अनियमितताएं की गयी हैं। यदि छात्रावासों की जाँच होती है तो बडा मामला निकल सकता है। यदि उच्च अधिकारी इसकी जांच करते है तो बडा गबन सामने निकल सकता है। यंहा अधीक्षक एंव विभागीय इंजीनियर की मिलीभगत से बडा खेल हुआ है। यदि जांच की जाती है तो निश्चित ही इस में बडा भ्रष्टाचार निकलेगा।राज्य शासन से अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्रावासों / आश्रमों में परिसंपत्तियों के संधारण एवं अनुरक्षण कार्यों हेतु आयुक्त अनुसूचित जनजाति कार्य विभाग म.प्र. भोपाल एवं आयुक्त अनुसूचित जाति कार्य विभाग म.प्र. भोपाल द्वारा राशि का आवंटन उपलब्ध कराया जाकर छात्रावासों में मरम्मत कार्य कराया जाना था।

उक्त मरम्मत कार्य हेतु छिदंवाडा जिले को अनुसूचित जनजाति छात्रावास की परिसंपत्तियों के संधारण हेतु राशि उपलब्ध कराई गई थी। इसके साथ ही लघु निर्माण कार्य हेतु राशि भी अनुसूचित जनजाति छात्रावासों हेतु उपलब्ध कराई गई थी। इन सभी कार्यों को आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विभाग जिला छिदंवाडा के सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम द्वारा अपने पर्यवेक्षण में छात्रावास अधीक्षकों के माध्यम से कराया जाना था। इसी प्रकार अनुसूचित जाति छात्रावासों की परिसंपत्तियों के संधारण योजना के अंतर्गत छिदंवाडा जिले हेतु राशि.3 करोड़ 50 लाख का बजट दिया गया है । जिसके बाद जनजातीय कार्यविभाग द्वारा कुंडा आदिवासी बालक छात्रावास के खातों में पैसा डाला गया जिसका भवन लगभग बनकर तैयार हो गए हैं। और आदिवासी बालक छात्रावास का भवन अभी दो.साल भी नहीं हुए है बनकर तैयार हुआ है तो उसमें मरमत का कोई सवाल ही नहीं है। तो फिर इन छात्रावासों के खातों में पैसे कैसे डाल दिया गया। ऐसे कई छात्रावास है जिसमें इस तरह का खेल खेला गया है। जबरदस्त जनजातीय कार्यविभाग छिंदंवाडा में बर्ष 2021-22 में लगभग सभी छात्रावासों में मरम्मत का कार्य किया गया था। बर्ष 2021-22 में भी करोड़ों रुपयें से छिदंवाडा जिले के छात्रावास के मरम्मत के लिए राशि प्राप्त हुई थी। इन कार्य हेतु निर्माण एजेंसी विभागीय निर्धारित की गई थी। इसके अंतर्गत सहायक आयुक्त छिदंवाडा की अनुमति से संबंधित छात्रावास को ही निर्माण एजेंसी के रूप में नियुक्त किया गया था। इस प्रकार प्रत्येक छात्रावास के स्तर पर छात्रावास अधीक्षक द्वारा निर्माण कार्य कराया जाना था तथा उसका भुगतान भी नियमानुसार भंण्डार क्रय नियमों के अनुसार किया जाना था।लेकिन सूत्रों की मानें तो इसमें जनजातीय विभाग के बाबू ,इजीनियर एंव ठेकेदारों ने मिलकर बडा खेल खेला है और पुराने काम दिखाकर पुरे पैस का बंदरबांट कर दिया गया है।

आदिवासी बालक छात्रावास कुंडा के अधीक्षक का कहना …
जब इस बिषय में छात्रावास अधीक्षक कुंडा से पूछा गया कि आप ने पाँच लाख रुपयें से क्या किया तो उन्होंने बताया कि सहायक आयुक्त द्वारा मुछे कहा गया कि आप चैक वापस सहायक आयुक्त को दे दिया। क्योंकि मेरे छात्रावास के भवन लगभग बनकर.तैयार हो गया है। तो पैसे में क्या करता इसलिए सहायक आयुक्त को वाप कर दिया।सूत्रों की जानकारी के अनुसार इस पैसे में बडा खेल चला क्या है..?

वहीं धोधरी छात्रावास अधीक्षक ने फोन ही नहीं उठया । इन महोदय के आदिवासी छात्रावास का भवन अभी दो साल पहले बनाया गया है ।तो फिर छात्रावास में बिना डिंमाड के पैसे क्या डाला गया है।

सहायक आयुक्त जनजातीय कार्यविभाग छिदंवाडा के सहायक आयुक्त श्री सतेंद्र मरकाम द्वारा मौखिक रूप से छिदंवाडा स्थित अपने कार्यालय से छात्रावास अधीक्षकों को निर्देशित किया गया कि वे इन ठेकेदार से ही उक्त कार्य करायें। यही नहीं श्री मरकाम द्वारा ठेकेदार को लगभग संपूर्ण राशि का अग्रिम भुगतान भी छात्रावास अधीक्षकों से करवा दिया गया। जबकि कही कुछ काम भी नहीं हुआ है।

सहायक आयुक्त के द्वारा भण्डार क्रय नियमों का सर्वथा उल्लंघन करते हुए शासकीय धनराशि की क्षति शासन को कारित की गई है। उनके द्वारा छात्रावास अधीक्षकों को दुष्प्रेरित कर ठेकेदार को भुगतान करा दिया गया तथा कार्य पूर्ण नहीं कराया गया। यदि जिला कलेक्टर इन छात्रावासों की जाँच कर ले तो मामला खुल सकता है। सहायक आयुक्त , विभागीय इंजीनियर एंव ठेकेदार छात्रावास अधीक्षक ने आपराधिक षड़यंत्र करते हुए उनके कृत्य में सहयोग किया है।
एपिसोड-2
रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284