Home CITY NEWS मनमर्जी:- समय से स्कूल नहीं पहुंच रहे शिक्षक बच्चों का भविष्य अंधकारमय..

मनमर्जी:- समय से स्कूल नहीं पहुंच रहे शिक्षक बच्चों का भविष्य अंधकारमय..

मनमर्जी:- समय से स्कूल नहीं पहुंच रहे शिक्षक बच्चों का भविष्य अंधकारमय..

छिदंवाडा एमपी :– कहते हैं पढ़ोगे लिखोगे तभी तो बनोगे महान। बुजुर्ग कहते हैं बेटा पढ़ ले कहीं नौकरी लग जाएगी अगर बेटा नौकरी नहीं भी लगी तो दुनिया में सब कुछ बट सकता है लेकिन शिक्षा बट नहीं सकती जितना इस ज्ञान को बाटोगे उतना यह ज्ञान बढ़ेगा। लेकिन यह कहावत हर्रई विकासखंड के नाचना स्कूल में विपरीत सिद्ध होती है आखिर क्या है ऐसी वजह

देश और प्रदेश भर में सरकार समय-समय पर लगातार शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए नित नए-नए नियम निकलती हैं। रैलिया की जाती है।घर-घर जाकर समझाया जाता है की पढ़ेंगे बच्चे तभी तो आगे बढ़ेंगे। लेकिन सरकार के द्वारा रैली निकालना नए-नए नियम लाना क्या बच्चों के भविष्य को बदलने में कारगर साबित हो रहा है तो जवाब मिलेगा नहीं।आखिर हम ऐसा किस लिए कह रहे हैं तो यह हमें समझने की जरूरत है

हर्रई विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय नाचना मैं विगत एक हफ्ते से शिक्षक ही नहीं पहुंच रहे है। जब गांव वालें स्कूल पहुंचे तो वंहा एक भी शिक्षक नहीं थे। जब गांव वालें ने बच्चों से जानकारी लिया तो उन्होंने ने बताया हमारे शिक्षक एक हफ्ते से नहीं आ रहे है। बच्चों ने बताया कि हम हर रोज स्कूल की साफ-सफाई स्वयं पढाई करते है ।तो हमारे शिक्षक नहीं आ रहे है। बच्चों इसलिए स्कूल आते है कि उन्हें दोपहर को खाना मिलता है । बच्चों ने बताया कि खाने के बर्तन भी वह स्वयं ही धुलते है। यह उनकी दिनचर्या का एक हिस्सा है। बच्चों से पूछा जाता है कि अभी शिक्षक कहां पर हैं तो बच्चे कहते हैं कि अभी तक शिक्षक स्कूल में नहीं है हालांकि बच्चे साथ में यह भी कहते हैं की स्कूल की चाबी बच्चों के पास ही रहती है और वह प्रतिदिन विद्यालय को स्वयं खोलकर साफ सफाई करके और पढ़ने के लिए बैठ जाते हैं। शिक्षक का स्कूल में नहीं पहुंचना कहां तक सही है? सवाल उठता है क्या ऐसे शिक्षक बच्चों का भविष्य सुधार पाएंगे?

रिपोर्ट- ठा.रामकुमार राजपूत
मोबाइल-8989115284