स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत गांव में नाडेप से बनाई जा रही है जैविक खाद
छिन्दवाड़ा/ छिंदवाड़ा जिले में नवाचार करते हुये ग्रामों में निर्मित अनुपयोगी पड़े नाडेप टांकों का उपयोग जैविक खाद बनाने में किया जा रहा है। जिले की हर्रई जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत कोहपानी में भी स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज- 2 के अंतर्गत बनाए गए नाडेप का सही उपयोग कर जैविक खाद बनाई जा रही। ग्राम पंचायत द्वारा मई माह के अंत में नाडेप का भराव किया गया था, जिसमें ब्लॉक समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया गया। जैसा कि नाडेप खाद तीन से चार महीने में तैयार हो जाती है, इस कार्य की मॉनिटरिंग एवं समयबद्धता के लिए शेड्यूल्ड एसएमएस प्रणाली का उपयोग किया गया। जिसमें नाडेप भराव के बाद एसएमएस ग्राम पंचायत और क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी को जनपद द्वारा भेजा गया था और शेड्यूल एसएमएस भी तैयार कर लिया गया था जो ठीक 3 माह बाद दोनों को पहुंचा। जिसकी शुरुआत कोहपानी और सलैया बुलाकी ग्राम पंचायत से की गई। इसी आधार पर ग्राम पंचायत सचिव द्वारा कृषि विभाग के क्षेत्रीय कृषि विस्तार अधिकारी के माध्यम से खाद का परीक्षण किया गया। खाद परीक्षण के दौरान ग्रामवासी और सरपंच, सचिव उपस्थित थे। तीन माह में तैयार हुई खाद की क्वालिटी देख कर ग्रामीणों में जहां उत्साह देखने को मिला वही ग्राम पंचायत इस खाद से आय का अतिरिक्त माध्यम तैयार कर रही है। इसका श्रेय कलेक्टर श्री सिंह को जाता
है जिन्होंने नाडेप से खाद निर्माण हेतु ज़िले में मुहिम चलाई।