प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक पद पर पदोन्नति….जिलें के कई शिक्षक/ शिक्षिकाएं..
प्राथमिक से माध्यमिक शिक्षकों के स्थानांतरण में बड़ा खेल सहायक आयुक्त ने बदला संभागीय उपायुक्त के आदेश..?
आदिवासी ग्रामीण इलाकों में शिक्षक नहीं होने से आदिवासी समाज के लोगों ने उठाए सवाल…!
By admin
12 August 2024
पंचायत दिशा समाचार
छिदंवाडा (म.प्र) – छिदंवाडा जिलें के ट्राइबल ब्लॉक में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक के पद पर पदोन्नति हुए कई शिक्षक को स्थानांतरण वाली जगह पर आज दिनांक तक ज्वाइनिंग नही कराई गई है। दरअसल कई शिक्षकों को छात्रावास /आश्रम शालाओं में अटैचमेंट पर पदस्थ कर दिया गया। सहायक आयुक्त जनजाति कार्यविभाग छिंदंवाडा ने संभागीय उपायुक्त जबलपुर के आदेशों की खुलकर धज्जियां उठाई जा रही है! सवाल ये है कि जबलपुर संभागीय उपायुक्त कार्यालय से इन शिक्षकों का बिषय बार एंव ब्लाकों की किस शालाओं में प्रमोशन दिया गया है ।आदेश में साफ लिखा था कि इन शालाओं में आपको ज्वानिंग लेना है। और इसकी सूचना सहायक आयुक्त जनजातीय कार्यविभाग कार्यालय के माध्यम से संभागीय उपायुक्त कार्यालय में सूचित करें। लेकिन जिलें के जनजातीय कार्यविभाग में शिक्षकों के स्थानांतरण में बड़ा खेल खेला गया है। सहायक आयुक्त कार्यालय के अधिकारी ने उपायुक्त जबलपुर के आदेशों को चुपके से बदला कर शिक्षक की मनचाही जगह में पदस्थ कर दिया गया है, संभागीय कार्यालय उपायुक्त जनजातीय कार्यविभाग जबलपुर ने प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक का पदोन्नति के साथ शिक्षकों को बिषय बार स्थानांतरण किया था। लेकिन शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर जिलें के जनजातीय कार्यविभाग के अधिकारी ने फिर बड़ा खेल खेला गया है। जिसमें कई प्राथमिक से माध्यमिक शिक्षकों में प्रमोशन दिया गया था। ऐसे शिक्षक को उनकी स्थानांतरण वाली शालाओं में प्रभार ना देकर उन्हें छात्रावास/ आश्रम शालाओं में अधीक्षक के पद पर पोस्टिंग कर दी गई है । जिसके कारण आज कई आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों के कई स्कुल प्रभावित हो रहे हैं। शिक्षक/ शिक्षिकाओं को आदेश के अनुसार स्थानांतरण वाली शालाओं में प्रभार लेना था ।लेकिन महिनें बीत जाने के बाद भी शिक्षक आपनी स्थान्तरण वाली जगहों में प्रभार नही लिए है । दरअसल ऐसे कई शिक्षकों ने सांठगांठ कर छात्रावासों के अधीक्षक बन गयें और कई शिक्षकों ने जिला मुख्यालय एंव आसपास की शालाओं में जुगाड़ जमा कर पोस्टिंग ले ली। इन शिक्षक/ शिक्षिकाओं की नियुक्ति ने लेनदेन की आशंका उपजा दी है।
जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त कार्यालय के अधिकारी की कार्य प्रणाली पर उठे रहे सवाल..
जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त की नियम विरुद्ध तरीकों से शिक्षकों को प्रमोशन के बाद स्थानांतरण हुए शिक्षकों को उन शालाओं में प्रभार ना दिलाकर सहायक के द्वारा कई शिक्षक/शिक्षिकाओं को अधीक्षक के प्रभार दे दिया गया ।जिसके कारण आज ग्रामीण आदिवासी इलाकों की कई शालाओं में शिक्षक ही नहीं है। जबकि इन शिक्षकों का बिषय बार प्रमोशन इसलिए हुआ था। कि जंहा इस बिषय का शिक्षक नहीं था उन शालाओं में शिक्षकों की पूर्ति हो सके । इसलिए इनको प्रमोशन देकर उस शाला में स्थानतरण किया गया था । ताकि इन शालाओं में सभी बिषय के शिक्षक हो जायें। जिससे आदिवासी ग्रामीण इलाकों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल साकें। लेकिन जिलें में बैठे सहायक आयुक्त कार्यालय के अधिकारी ने शासन की मंशा में पानी फेर दिया ।जिसकें कारण आदिवासी समाज के लोगों में भारी रोष देखा जा रहा है।
अब देखना यह है कि मामला उजागर होने के बाद उच्च अधिकारी ऐसे दोषी अधिकारी/ कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही करता है।
प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक के पद पर हुई पदोन्नति…
जिलें के जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त कार्यालय में एक और कारनामा देखने को मिल रहा है। जिलें ट्राइबल ब्लाकों के प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक के पद पर किए गए पदोन्नति होने के बाद भी कई शिक्षकों/ शिक्षिकाओं ने पदोन्नत होने के बाद भी ।बहा आज दिनांक तक प्रभार नहीं लिया गया है । सूत्रों का कहना है कि उन्होंने ने सहायक आयुक्त कार्यालय के अधिकारी/ कर्मचारियों से सांठगांठ एंव चढ़ावा देकर कई शिक्षक तो अधीक्षक बन बैठे है।और कई शिक्षक/ शिक्षिकाओं ने जिला मुख्यालय में सेटिंग कर मुख्यालय की शालाओं में पदस्थ हो गयें है। जबकि संभागीय कार्यालय उपायुक्त जनजातीय कार्यविभाग जबलपुर से इन शिक्षक/ शिक्षिकाओं की पदोन्नति लिस्ट जारी हुई थी और ऐसे शिक्षक/ शिक्षिकाओं को स्थानांतरण वाली शालाओं में जाकर प्रभार लेना था । लेकिन सहायक आयुक्त कार्यालय के अधिकारी ने जबलपुर के उपायुक्त महोदय के आदेश की अवहेलना करते हुए कई शिक्षक/ शिक्षिकाओं को अधीक्षक/ अधीक्षिका बना दियें और शिक्षक/ शिक्षिकाओं को जिला मुख्यालय में ही अटैचमेंट पर पदस्थ कर दिया गया है । इससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
उपायुक्त कार्यालय जनजातीय कार्यविभाग ने विगत 14/03/2024 को जारी आदेश में छिदंवाडा जिलें के जनजातीय विभाग के में पदस्थ कई शिक्षक/शिक्षिकाओं को प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक में पदोन्नति कियें गयें थे। और उन्हें ट्राइबल ब्लॉक में पदोन्नति दी गई थी।जंहा उन्हें प्रभार लेना था।
प्राथमिक शिक्षक से माध्यमिक शिक्षक में पदोन्नति हुई शिक्षक/ शिक्षिकाओं ने अभी तक नहीं लिया आपनी नवीन पदांकित संस्था में प्रभार ।
सूत्रों की मानों तो इन दिनों सहायक आयुक्त कार्यालय में बडें बडें कारनामे हो रहे है। शिक्षक / शिक्षिकाओं को मनचाही पोस्टिंग एक के बाद आदेश जारी हो रहे है ।और शिक्षकों को मनचाही पोस्टिंग मिल रही है इतना है बस उन्हें चढ़ावा देना पड़ रहा है । दरअसल संभागीय उपायुक्त कार्यालय जनजातीय कार्यविभाग जबलपुर द्वारा शिक्षकों को पदोन्नति आदेश मिलने के बाद भी कई शिक्षकों ने नवीन पदाकित शालाओं में नियुक्ति नहीं ली है ।जिसके कारण। आज भी ग्रामीण अंचलों की शालाओं में कई बिषय के शिक्षक नहीं है । जबकि शासन की मंशा थी शिक्षकों के प्रमोशन के बाद बच्चों को सभी विषय के शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों में भी मिल जायें। लेकिन उसमें भी ग्रहण लगता देख रहा है । जिलों में कार्यरत ऐसे शिक्षक/ शिक्षिकाओं जो जिला मुख्यालय में लंबे समय से अधीक्षक/ अधीक्षिका को पद पर पदस्थ है। उन्हें आज दिनांक तक स्थानांतरित नहीं किया जा रहा है। जो लंबे समय से एक ही छात्रावास/ आश्रम शालाओं में अधीक्षक के पद पर मठासीन बनकर बैठे हैं। सहायक आयुक्त जनजातीय कार्यविभाग ने कई शिक्षक/ शिक्षिकाओं के अटैचमेंट समाप्त कर उनकी मूल शाला वापस होने के आदेश जारी किए थे। लेकिन ऐसे शिक्षक/शिक्षिका भी सहायक आयुक्त कार्यालय के एक बाबू से सांठगांठ कर स्थानांतरण हो चुके शिक्षक /शिक्षिकाएं ने जुगाड़ लगाना शुरू कर दिया जिससे वो फिर जिला मुख्यालय में ही पदस्थ हो साकें।
इस बीच कुछ शिक्षक/ शिक्षिकाओं ने मन मुताबिक छात्रावास/आश्रम शाला में और जिला मुख्यालय के आसपास सांठगांठ से पोस्टिंग कर ली है
सूत्रों की जानकारी के मुताबिक लगभग 30 से 40 शिक्षक/ शिक्षिका ऐसे हैं जिनका संभागीय उपायुक्त जनजाति कार्यवाहक जबलपुर से आयें स्थानांतरण आदेश को बदलकर उन्हें मनचाही जगह में पदस्थ कर दिया गया है । इससे साफ है कि लेन देन कर स्थानांतरण को बदला गया है।
इस आदेश में यह स्पष्ट उल्लेखित किया गया कि प्राथमिक से माध्यमिक शिक्षक/ शिक्षिका जिन्हें 14/03/2024 में पदोन्नति दी गई है उन्हें नवीन पदाकित संस्था में प्रभार ग्रहण कर संभागीय उपायुक्त कार्यालय को सूचना देना होगा। सभी शिक्षक/ शिक्षिका को नवीन पदभार ग्रहण करना अनिवार्य होगा, प्राथमिक से एक माध्यमिक शिक्षा की विषय बार पदस्थापना की गई अंग्रेजी, गणित, विज्ञान संस्कृत विषय में पदोन्नति आदेश जारी किया गया है,
ठा.रामकुमार राजपूत
पंचायत दिशा समाचार
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