छात्रावास में लगे सोलर वाटर हीटर कबाड़ में तब्दील, लेकिन ठेकेदार को कर दिया करोड़ों का भुगतान…
जिलें के कई छात्रावास में कबाड़ में तब्दील हो गये सोलर वाटर हीटर..
By admin
8 August 2024
पंचायत दिशा समाचार
रिपोर्ट -ठा.रामकुमार राजपूत
छिदंवाडा (म.प्र )-जिलें में जनजातीय कार्यविभाग द्वारा संचालित छात्रावास / आश्रम शालाओं में इन दिनों सामाग्री सप्लाई का बडा खेल चल रहा है। पिछले बर्ष भी गुपचुप तरीकों से बिना कोई निविदाएं निकलें करोड़ों के सोलर वाटर हीटर की सप्लाई कर दी गई। लेकिन आश्चर्य है कि इन छात्रावास में कही भी ये सोलर पैनल चालू नहीं है ।सिर्फ छात्रावासों की छत में आपको दिखाई देगें । पंचायत दिशा समाचार ने जब पड़ताल किया तो पता चल कि विभाग के अधिकारी के कहने पर ठेकेदार ने लाकर रख दिया और इसके पैनल को स्थापित करने के लिए अलग से पैसे मांग गया था। इसलिए हमनें नहीं लग पायें है ।सिर्फ छत में खंडा करके ठेकेदार चल गया है ।एक बर्ष से अधिक समय हो गया है लेकिन विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि सरकार ने आदिवासी समाज के बच्चों को सर्दी के मौसम में आश्रम /छात्रावास में बालक/ बालिकाओं को सुबह स्कूल जाने से पहले गर्म पानी की व्यवस्था के लिए करोड़ों खर्च कर सोलर वाटर हीटर लगाए गयें है । लेकिन आज वो कबाड़ में तब्दील होते जा रहे है । कई छात्रावास में तो यह सामग्री 2 साल से रखी है। इसे लगाने के लिए कोई नहीं आया। लेकिन जनजातीय कार्यविभाग द्वारा आज इसका इंस्टालेशन तक नहीं कराया गया है सामग्री सप्लाई करने वाले ठेकेदार ने छत में लगाकर चला गया। जिससे छात्रावास के बालक/ बालिकाओं को सर्दी में ठंडे पानी से ही अपना काम चलाना पड़ रहा है। छात्राओं के लिए बने हॉस्टल में तो सोलर प्लेट ही नहीं लगाई हैं, वे ट्यूबवेल पर ही निर्भर रही।
करोड़ों रुपए खर्च हुए फिर भी लाभ नहीं
इस योजना में जिलें के सभी छात्रावास में सोलर वाटर हीटर लगाया गया है ।लेकिन वह कबाडख़ाने का हिस्सा बन गई।
ठेकेदार को कर दिया गया पूरा भुगतान किया
जानकारी के अनुसार यह सामग्री जनजातीय कार्यविभाग के अधिकारी एंव ठेकेदार की मिलीभगत से छात्रावासों में भिजवाई गई थी। इसका 100 प्रतिशत भुगतान आपूर्तिकर्ता को सामग्री छात्रावास में पहुंचाने पर ही कर दिया गया। और इसे स्थापित करने के लिए अधीक्षकों से अलग से पैसे की मांग की गई। इस कारण इनको स्थापित करने का कार्य आपूर्तिकर्ता की ओर से नहीं करवाया गया।
छात्रावास में रखी वाटर हीटर की पैनल प्लेट।
सांकेतिक चित्र
जनजातीय कार्यविभाग के अधिकारी को सब मालूम होने के बाद भी आज तक छात्रावास का निरीक्षण तक नहीं कर रहे है । आखिर सोलर वाटर हीटर स्थापित क्यों नहीं हुए ये एक गंभीर बिषय है। आखिर करोड़ों के सोलर वाटर हीटर कबाड़ में क्यों तब्दील हो रहे है?