Home CITY NEWS विभाग को संभालने में असफल साबित हो रहे सहायक आयुक्त ?

विभाग को संभालने में असफल साबित हो रहे सहायक आयुक्त ?

विभाग को संभालने में असफल साबित हो रहे सहायक आयुक्त ?

अधीक्षक बने रहना है तो …देना होगा हर महिनें कमीशन..?

By Admin
5 August 2024

पंचायत दिशा समाचार
छिंदवाड़ा-जनजातीय कार्य विभाग जिले के चार विकासखंड में आश्रम शालाओं सहित छात्रावास का संचालन करता है पंचायत दिशा समाचार की जांच पड़ताल में एक बात निकाल कर सामने आ रही है कि विभाग में सहायक आयुक्त की कार्यप्रणाली के चलते विभागीय व्यस्था चरमराती नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन दोनों विभाग के अधीक्षकों पर सहायक आयुक्त दबाव बनाकर छात्रावासों में सामग्री सप्लाई कर रहे हैं। आना-कानी करने पर पद से हटाने की बात की जा रही है।

प्रकरण क्रमांक 1

हाई स्कूल बिल्डिंग चिलक विकासखंड हर्रई की बात करे तो पिछले दो साल से शाला भवन का निर्माण कार्य ठप पड़ा है विभाग द्वारा ठेकेदार को लगभग 70 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है सहायक आयुक्त द्वारा उक्त मामले में हीला हवाले करते हुए ठेकेदार को अभय दान दिया गया है आज दिनांक तक उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई मौके पर मुश्किल से 10 लाख रुपए का कार्य हुआ है।

प्रकरण क्रमांक 2

जिले की आश्रम शालाओं में लगे सोलर वॉटर हीटर सिस्टम की बात करें तो अधिकांश शालाओं में पिछले एक वर्षों से धूल खा रहे हैं कुछ जगहों पर इनकी फिटिंग हुई है तो वह भी चालू नहीं हुए हैं बारिश का मौसम चल रहा है वहीं दूसरी ओर ठेकेदार को लगभग 3.30 करोड़ का पूर्ण भुगतान हो जाने की खबर है।

प्रकरण क्रमांक 3

जनजाति कार्य विभाग छिंदवाड़ा सहायक आयुक्त सत्येंद्र मरकाम द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से रमेश कुमरे को मंडल संयोजक का प्रभार दे दिया गया है। जो नियम विरुद्ध है। सहायक आयुक्त छिंदवाड़ा द्वारा नियमों को ताक पर रखकर मंडल संयोजक की नियुक्ति हुई है जबकि सहायक कार्यालय में नियुक्ति में आये मंडल संयोजक अजय मसकोले से ऑफिस का काम करा रहे है ।उन्हें किसी भी ब्लॉक में नियुक्त नहीं किया गया है । जिससे पांडुरना में पदस्थ अधीक्षक से कनिष्ठ व्यक्ति के आदेशों का पालन करना पड़ेगा जोकि व्यवहारिक नहीं है

प्रकरण क्रमांक 4

शिकायत पर नहीं होती कार्यवाही ,जनजातीय कार्यविभाग द्वारा के सहायक आयुक्त निर्माण कार्य में हुई अनियमित व बिना कार्य के ही भुगतान की गई ।लेकिन शिकायत के बाद भी सहायक आयुक्त ने ऐसे ठेकेदार को भुगतान किया गया। लेकिन ऐसी लापरवाही करने वालों पर आयुक्त द्वारा आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।

प्रकरण क्रमांक 5

जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित मानसरोवर कांप्लेक्स के सामने छिंदवाड़ा स्थित बालक आश्रम 5 एवं कन्या आश्रम कन्या शिक्षा परिसर में 3 शिक्षकों को नियम विरुद्ध तरीके से दर्ज संख्या पर नियमित शिक्षकों के अलावा शिक्षकों को अटैच कर कर रखा गया है ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश स्कूल शिक्षक विहीन है या एक शिक्षक के भरोसे संचालित हो रही है इसी प्रकार छिंदवाड़ा शहर स्थित कन्या शिक्षा परिसर में संचालित सभी आश्रम एवं छात्रावासों में नियमित कर्मचारियों के अलावा प्रतिनियुक्ति व अटैचमेंट में स्वीकृति संख्या के अतिरिक्त कार्य कर रहे। शिक्षक व कर्मचारी की जांच उचित कार्यवाही नहीं की जा रही है ।

प्रकरण क्रमांक 6

घाना उमरी संकुल की तत्कालीन प्राचार्य खान द्वारा 20 लाख रुपए की वित्तीय अनियमितआ की शिकायत शिकायतकर्ता द्वारा सहायक आयुक्त के समक्ष की गई थी आयुक्त द्वारा उच्च मामले में भी सिर्फ दस्तावेज उपलब्ध कराने हेतु बार-बार पत्र लिखकर मामले को टलता गया और अंततः उनका स्थानांतरण हो जाने पर उनके विरुद्ध एफ आई आर करने के आदेश भी बी ई ओ जुन्नारदेव को दिए गए हैं परंतु उनके द्वारा भी आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।

प्रकरण क्रमांक 7

छात्रावास में घट रही लगातार अप्रिय घटनाएं भी आयुक्त की कार्यप्रणाली पर सोचने को मजबूर करती है विगत दिनों परतापुर छात्रावास में रहने वाले छात्र पर धारदार हथियारों से हमला हुआ वही हर्रई विकासखंड के ही बटका खापा छात्रावास में एक छात्र के साथ भी हुई अमानवीय घटना चर्चाओं में रही उसके बाद अमरवाड़ा के सोनपुर छात्रावास के एक छात्र की अचानक मृत्यु हो जाना उसके बाद कान्या शिक्षा परिसर के संयुक्त कान्या छात्रावास में एक नाबालिग छात्रा ने आत्महत्या कर लिया, उसके बाद कान्या छात्रावास चौरई में छात्राओं के साथ सड़क दुर्धटना होना ,चौरई बालक छात्रावास में अधीक्षक के द्वारा छात्राओं का राशन की चोरी करना, चौरई बालक छात्रावास में छात्र को प्रताड़ित करना ये सब धटना सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं
प्रकरण-8

सहायक आयुक्त जनजातीय कार्यविभाग कार्यालय में बर्षों से अटैचमेंट में पदस्थ सहायक शिक्षक सुषमा देशपांडे पर सहायक आयुक्त की मेहरबानी इन दिनों काफी सुर्खियों में है क्योंकि जिले भर में अटैचमेंट से आए शिक्षक को हटाने के आदेश जारी हो गए लेकिन लगता है सहायक आयुक्त महोदय अपने कार्यालय में पदस्थ अटैचमेंट में आए शिक्षक सुभाष देशपांडे को हटाना नहीं चाहते…
प्रकरण-9
छिदंवाडा जनजातीय कार्यविभाग में सहायक आयुक्त इन दिनों भ्रष्टाचार एंव लापरवाही करने वालों पर कभी मेहरबानी देखा रहे है जिसके कई उदाहरण है जैसे अमरवाडा की अधीक्षिका ने सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम के ऊपर चप्पल फेंक दिया था। जिसके बाद उनके पर थानों में एफआईआर कराई गई थी और उन्हें निलंबित कर दिया गया था,लेकिन उन्हें फिर बहाल कर दिया गया है जबकि इनके ऊपर अभी भी विभागीय जाँच चल रही है।
प्रकरण-10
जनजाति कार्य विभाग द्वारा संचालित अमरवाड़ा विकासखंड के सोनपुर आदिवासी बालक छात्रावास में एक छात्र की मौत के बाद अधीक्षिका को निलंबित कर दिया गया था. लेकिन उनकी जाँच पूरी भी नहीं हुई और उन्हें बालक छात्रावास चौरई में फिर अधीक्षिका के पद पर बहाल कर दिया गया।
प्रकरण-11
जनजाति कर विभाग द्वारा संचालित अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास चौरई में अधीक्षक के द्वारा बच्चों के राशन की चोरी के मामले में चौरई तहसीलदार / एसडीएम एंव फूड विभाग ने अधीक्षक के ऊपर कैसे बनाया था उसके बाद अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया लेकिन कुछ ही मई में सहायक आयुक्त की मेहरबानी से उन्हें फिर अनुसूचित जनजाति छात्रावास कपुरदा का अधीक्षक बना दिया गया जबकि अभी भी विभाग की जांच उन पर चल रही है

प्रकरण 12
छिंदवाड़ा मुख्यालय के कन्या शिक्षक परिसर में संचालित संयुक्त कन्या छात्रावास में एक नाबालिक बच्ची ने आत्महत्या कर ली थी उसके बाद जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक खलबली मच गई थी। इसके बाद लापरवाही देखते हुए आदिवासी विभाग के मंत्री ने सहायक आयुक्त एवं अधीक्षक को निलंबित कर दिया था। लेकिन सहायक आयुक्त एवं अध्यक्ष का ने कोर्ट से स्टे लाकर अभी भी मजे कर रहे हैं

प्रकरण-13
जनजाति कार्य विभाग के सहायक आयुक्त इन दोनों नियम के विपरीत कार्य करने के लिए उतारू दिख रहे हैं ऐसा ही एक मामला हड़ाई संकुल केंद्र में परीवीक्षा चल रही करुणा गुप्ता को हडाई से आदिवासी कन्या छात्रावास चौरई में अटैचमेंट पर अधीक्षिका बना दिया गया । जो कि नियम के विपरीत है क्योंकि किसी भी शिक्षक को परीवीक्षा अवधि में अपनी मूलशाला से नहीं हटाया जा सकता है।
प्रकरण-14

जिलें के जनजातीय कार्यविभाग में एक मामला और देखने को मिला जंहा डिंडोरी जिले से परीवीक्षा अवधि में नेतागिरी एवं अधिकारी से मिली भगत परीवीक्षा अवधि में छिंदवाड़ा स्थान्तरण में होकर आई बर्षों सरयाम पर जनजातीय कार्यविभाग के सहायक आयुक्त सतेंद्र सिंह मरकाम ने परीवीक्षा अवधि में आई एक शिक्षिका को जिला मुख्यालय में रखने के लिए खुद ही छात्रावास में एक नया पद सहायक अधीक्षिका का बना डाला.?

रिपोर्ट-ठा.रामकुमार राजपूत

मोबाइल-8839760279